शेखर का कहीं कोई अता पता नहीं था। अब उसकी मां का दिल थोड़ा घबराने लगा था। घर को ताला लग शेखर का कहीं कोई अता पता नहीं था। अब उसकी मां का दिल थोड़ा घबराने लगा था। घर को ...
दादाजी ने हाई स्कूल तक की तालीम हासिल की । उसके बाद कुछ साल पंचायत इन्स्पेक्टर की नौकरी दादाजी ने हाई स्कूल तक की तालीम हासिल की । उसके बाद कुछ साल पंचायत इन्स्पेक्टर क...
लू लू कुछ न कुछ सोचता जरूर है। लू लू कुछ न कुछ सोचता जरूर है।
गर्भ में नन्हा जीव आया । तीसरा था वो मासूम ।घर में कलह ,मंहगाई की मार ,शिक्षा पालन नहीं गर्भ में नन्हा जीव आया । तीसरा था वो मासूम ।घर में कलह ,मंहगाई की मार ,शिक्षा पा...
धंधा तो मर्द करते करवाते हैं तो बदनाम औरत क्यों? धंधा तो मर्द करते करवाते हैं तो बदनाम औरत क्यों?
इसे ही मैं असली आत्महत्या कहता हूँ, और इसके लिये मैंने नाम रखा है ध्यान। इसे ही मैं असली आत्महत्या कहता हूँ, और इसके लिये मैंने नाम रखा है ध्यान।